क्या कहोगी तुम
कि जबकि तुम्हारा समय
तुम्हारे पीछे से भाग खड़ा होगा
और
पहाड़ से उतरती सड़क की तरह
तुम्हारी जवानी
फिर लौट नहीं सकेगी
कोई मछुआरा फिर जाल नहीं डाल पाएगा
धरती के उस कोने की कोख
उगा नहीं पाएगी
फूल शूल कुछ भी
तुम्हारे बालों की महक
उतर जाएगी
फिर कोई नहीं आएगा
फिर कोई नहीं आएगा
सदी अपने सबसे बड़े राजा की पालकी सज़ा रहा होगा
शायद !!
कि जबकि तुम्हारा समय
तुम्हारे पीछे से भाग खड़ा होगा
और
पहाड़ से उतरती सड़क की तरह
तुम्हारी जवानी
फिर लौट नहीं सकेगी
कोई मछुआरा फिर जाल नहीं डाल पाएगा
धरती के उस कोने की कोख
उगा नहीं पाएगी
फूल शूल कुछ भी
तुम्हारे बालों की महक
उतर जाएगी
फिर कोई नहीं आएगा
फिर कोई नहीं आएगा
सदी अपने सबसे बड़े राजा की पालकी सज़ा रहा होगा
शायद !!
No comments:
Post a Comment